#* मोदी 6 देशों के दौरे पर रवाना, ब्रिक्स बैठक में लेंगे हिस्सा

#* मोदी 6 देशों के दौरे पर रवाना, ब्रिक्स बैठक में लेंगे हिस्सा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रूस और 5 मध्य एशियाई देशों कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के दौरे पर रवाना हुए। मध्य एशिया के पांच देशों के बाद प्रधानमंत्री मोदी रूस का रुख करेंगे, जहां वो ब्रिक्स और शंघाई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

रूस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मुलाकात हो सकती है। प्रधानमंत्री मोदी अपने सात दिनों के विदेश दौरे पर उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और कजाकिस्तान के अलावा रूस भी जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का पहला पड़ाव उज्बेकिस्तान होगा।

सात दिनों की विदेश यात्रा पर रवाना होने से एक दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उज्बेकिस्तान के साथ भारत कारोबार और साझेदारी के कई अहम समझौते करेगा। पीएम ने कहा कि ताशकंद में ही हमने अपने लोकप्रिय प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को खोया था। यात्रा के दौरान मैं भारत के इस महान सपूत को भी वहां नमन करूंगा।

पीएम मोदी की यात्रा का अगला पड़ाव किर्गिस्तान होगा। यूरेनियम का सबसे बड़ा भंडार रखने वाले इस देश में पीएम मोदी 7-8 जुलाई को रहेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और किर्गिस्तान के रिश्ते बहुत पुराने हैं। दोनों मुल्कों के बीच साझेदारी की बड़ी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा मैं नजरबायेव विश्वविद्यालय में युवाओं से मिलने को उत्सुक हूं।

किर्गिस्तान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान भारत-कजाख सूचना प्रौद्योगिकी श्रेष्ठता केंद्र का उद्घाटन होगा। इसके बाद पीएम मोदी 8 जुलाई की शाम रूस पहुंचेंगे। रूस के उफा से प्रधानमंत्री सीधे तुर्कमेनिस्तान रवाना होंगे। दो दशक बाद भारतीय प्रधानमंत्री तुर्कमेनिस्तान जा रहे हैं। तुर्कमेनिस्तान में महात्मा गांधी की प्रतिमा और योग-पारंपरिक चिकित्सा केंद्र का भी उद्घाटन होगा।

तुर्कमेनिस्तान के बाद पीएम मोदी 12 जुलाई को किर्गिस्तान पहुंचेंगे। यहां के फील्ड हॉस्पिटल को भारत चिकित्सा उपकरण देगा। साथ ही टेली मेडिसिन लिंक भी शुरू की जाएगी। इसके अलावा बिश्केक में बापू की मूर्ति का अनावरण होगा।

मध्य एशिया दौरे में पीएम की यात्रा का आखिरी पड़ाव तजाकिस्तान होगा। उनसे पहले 2003 में अटल बिहारी वाजपेयी बतौर प्रधानमंत्री तजाकिस्तान गए थे। पीएम मोदी के मुताबिक इस दौरे से दोनों देशों के कूटनीतिक और सामरिक सहयोग के नए दौर की शुरुआत होगी।

 

#* व्यापमं: महिला सब इंस्पेक्टर की संदिग्ध मौत, पुलिस ने कहा आत्महत्या

मध्य प्रदेश में व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) की ओर से आयोजित होनी वाली परीक्षा के जरिए चयनित एक प्रशिक्षु महिला उप निरीक्षक (सब इंस्पेक्टर) ने राज्य के सागर जिले में खुदकुशी कर ली। पुलिस ने उनका शव बरामद कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।

आत्महत्या करने वाली प्रशिक्षु उप निरीक्षक की पहचान अनामिका कुशवाहा के रूप में हुई है। वह जिले के जवाहर लाल नेहरू पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षणरत थीं। उन्होंने सोमवार सुबह तालाब में कूदकर जान दे दी।

पुलिस के अनुसार, अनामिका का शव बरामद कर लिया गया है। आत्महत्या की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है।

पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर ने बताया कि पुलिस प्रशिक्षण केंद्र तालाब के तट पर स्थित है। अनामिका ने सोमवार सुबह तालाब में कूदकर जान दे दी। वह यहां प्रशिक्षणरत थीं। मामले की जांच चल रही है।

पुलिस अधीक्षक अतुलकर से जब अनामिका की आत्महत्या का कोई संबंध व्यापमं से होने के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया।

अनामिका ग्वालियर की रहने वाली बताई गई हैं।

ज्ञात हो कि राज्य में सब इंस्पेक्टर की चयन परीक्षा व्यापमं द्वारा आयोजित की जाती है और व्यापमं में हुआ घोटाला इन दिनों चर्चाओं में है। इस मामले में अब तक संदिग्ध परिस्थितियों में 40 से अधिक मौत हो चुकी है।

 

#* व्यापमं घोटाला : राज्यपाल को हटाने की मांग वाली अर्जी पर SC सुनवाई को तैयार

नई दिल्ली: उच्चतम न्यायालय व्यापमं घोटाले में कथित संलिप्तता के चलते मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव को उनके पद से हटाने की मांग वाली एक याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। ग्वालियर के कुछ वकीलों ने राज्यपाल के खिलाफ यह याचिका दायर की थी।

इस याचिका पर अगले हफ्ते सुनवाई होने की संभावना है। याचिका में कहा गया है कि रामनरेश यादव पर आरोप हैं कि उन्होंने पांच उम्मीदवारों के नामों की सिफारिश की थी, जिन्हें अनुचित तरीके से फोरेस्ट गार्ड के रूप में बहाल किया गया। ऐसे आरोप के बीच वह राज्यपाल कैसे बने रह सकते हैं।

याचिका में यह भी कहा गया कि व्यापमं घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने राज्यपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, लेकिन हाईकोर्ट ने राज्यपाल को इम्यूनिटी (संरक्षण) प्राप्त होने की बात कहकर एफआईआर खारिज कर दी।

याचिका के मुताबिक तमाम आरोपों और एसआईटी की जारी जांच के बीच मौजूदा राज्यपाल को कार्यकारी, विधायी, न्यायिक और वित्तीय संवैधानिक कार्यों की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए, जिसमें जजों की नियुक्ति पर सलाह-मशविरा करने का काम भी शामिल है, इसलिए सुप्रीम कोर्ट को राज्यपाल को हटाने का निर्देश देना चाहिए।

#* ग्रीस: बेलआउट पैकेज को जनता ने नकारा, भारतीय बाजार पर भी पड़ा असर

एथेंस. ग्रीस की जनता ने जनमत संग्रह में यूरोपियन यूनियन और आईएमएफ (international monetary fund) की कड़ी शर्तों को नकार दिया है। अब ग्रीस का यूरो जोन से बाहर जाना लगभग तय माना जा रहा है। ग्रीस की जनता के इस फैसले का असर दुनिया भर के बाजारों पर पड़ सकता है। सोमवार को भारतीय शेयर बाजार पर भी इसका असर देखा गया। सोमवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। सेंसेक्स और निफ्टी एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। मार्केट एक्सपर्ट कहते है कि ग्रीस संकट गहराने से अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजारों में यह गिरावट देखी जा रही है।
‘यस’ या ‘नो’ में देना थे जवाब
यूरोपियन यूनियन और IMF ने ग्रीस से कर्ज के बदले खर्चों में कटौती की कड़ी शर्तें रखी थीं। जनता से सरकार ने केवल दो सवाल किए थे कि इन शर्तों को माना जाए या नहीं। इसके लिए जनमत संग्रह कराया गया था। इसके लिए दो ऑप्शन दिए गए थे ‘यस’ या ‘नो’। खास बात यह है कि बेलआउट पैकेज जनता ने नकार कर अपने पीएम एलेक्सिस सिप्रास में भरोसा जताया। बता दें कि सिप्रास ने भी जनता से 'नो' पर ही वोट डालने की अपील की थी। दो तिहाई वोटों की गिनती के बाद 61 फीसदी लोगों ने ‘नो’ के पक्ष में वोट दिया तो केवल 39 फीसदी लोगों ने बेलआउट पैकेज के लिए ‘यस’ कहा।
क्या है जरूरत
ग्रीस को 2018 तक 50 अरब यूरो यानी 5.5 अरब डॉलर के नए आर्थिक पैकेज की जरूरत है। यूरोपियन यूनियन और IMF ने इसके लिए खर्चों में कटौती की बेहद कड़ी शर्तें रखी थीं। ग्रीस के वित्त मंत्री यानिस वैरॉफकिस का दावा है कि ग्रीस यूरोजोन से हटा तो यूरोप को एक हजार अरब यूरो का नुकसान होगा, लेकिन यूरो जोन में शामिल देश इसे खारिज कर रहे हैं।
आगे क्या
* ग्रीस के जनमत संग्रह के बाद आगे की रणनीति तय करने के लिए मंगलवार को यूरोजोन के देशों के वित्तमंत्री एक खास मीटिंग करने जा रहे हैं।
* ग्रीस के पीएम सिप्रास ने कहा, “हम भी इस मीटिंग में भाग लेगें। हम चाहते हैं कि दिक्कतों के बाद भी हमारी बैंकिंग व्यवस्था में यूरो जोन यकीन रखे, इसलिए हम इस मीटिंग में भाग लेंगे।”
* ग्रीस अगर यूरोजोन से बाहर निकलता है तो उसे अपनी नेशनल करंसी लाना पड़ेगी। मान लीजिए अगर ऐसा होता है तो ग्रीस की करंसी को इंटरनेशनल मार्केट में साख बनाने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ेगा।
* कुछ अफरातफरी का माहौल बन सकता है। ग्रीस के जिन लोगों का अपने यहां की बैंकों में दूसरे देशों की करंसी के रूप में पैसा जमा है, वे उसे नई करंसी में बदलवाने की कोशिश करेंगे। इसे संभालना सरकार के लिए आसान नहीं होगा।
* वैसे तो यूरो जोन से निकलने के लिए कोई निश्चित नियम तय नहीं हैं लेकिन अगर ग्रीस इससे बाहर आता है तो यूरो जोन की साख पर भी सवाल उठेंगे।

#* दिल्ली में तेज बारिश, कई जगहों पर ट्रैफिक धीमा

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह तेज बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सामान्य तापमान दो डिग्री कम 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बारिश के कारण कई जगहों पर पानी जमा होने से सड़क यातायात पर असर पड़ा और ट्रैफिक काफी धीमा रहा।

सुबह-सुबह ऑफिस के लिए निकले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने दिन में और बारिश होने की संभावना जताई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने कहा, "आसमान में मुख्य तौर पर बादल रहेंगे और कुछ इलाकों में गरज के साथ बारिश पड़ सकती है।" दिन का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने के आसार हैं।

सुबह 8:30 बजे तक छह मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वातावरण में 92 फीसदी आर्द्रता दर्ज की गई। दिल्ली में रविवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 31.2 डिग्री, जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 38.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

#* रेलवे को आज मिलेगा 50,000वां कोच

नई दिल्ली। कोच निर्माण क्षेत्र में भारतीय रेल के रिकॉर्ड प्रदर्शन के अवसर पर सोमवार को रेलमंत्री सुरेश प्रभु 50,000वें कोच को हरी झंडी दिखाएंगे। 50,000वें एसी थ्री-टियर कोच को चेन्नई स्थित एकीकृत कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) में तैयार किया गया है। राष्ट्रीय राजधानी में रेल भवन से रेलमंत्री इसे राष्ट्र को समर्पित करेंगे। रेलमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आईसीएफ की चेन्नई में ही लिंक हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोच बनाने की उन्नत सुविधा शुरू करेंगे।
आजादी के बाद भारतीय रेल के लिए कम वजन व पूर्ण रूप से स्टील निर्मित कोच बनाने के लिए आईसीएफ को 1955 में स्विटरजरलैंड के सहयोग से स्थापित किया गया था। स्थापना के बाद से आईसीएफ सालाना 1,500 पारंपरिक कोच बना रहा है और भारतीय रेलवे की कोच संबंधी जरूरतें पूरी कर रहा है।
वर्तमान में आईसीएफ, ईएमयू, डीईएमयू व कोलकाता मेट्रो के लिए कोच सहित एसी व नॉन-एसी कोच बनाता है। हालांकि अब रायबरेली व कपूरथला में रेल कोच निर्माण फैक्ट्री शुरू होने तक आईसीएफ, एलएचबी कोच भी बनाएगा, जिन्हें राजधानी, शताब्दी व दुरंतो जैसी ट्रेनों में लगाया जाता है

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