जुकाम का काम तमाम part-A


जुकाम का काम तमाम
नवभारत टाइम्स | March 07, 2015, 11.59PM IST
MOUKA on ASUS Zenfone
ASUS Zenfone starting at Rs. 4,999 Limited
period offer. Hurry!
www.flipkart.com/asus
Win Rs.3,00,000 Weekly

  1. Play Online

    Rummy at Ace2Three Win Rs.3,00,000

Every Week. Hurry!
www.ace2three.com/Play-Rummy
Ads by Google
साधारण-सी बात मानकर आमतौर पर जुकाम पर
ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता, लेकिन यह
किसी बड़ी बीमारी का संकेत
भी हो सकता है। बेहतर है कि नाजुक हालात
बनने से पहले ही जुकाम का काम तमाम कर
दिया जाए। जुकाम कैसे होता है और इसमें राहत के लिए कौन-
कौन से कारगर तरीके हैं? ऐसे ही तमाम
सवालों के जवाब एक्सपर्ट्स से बात करके तलाशे हैं नरेश तनेजा
ने :
क्या है जुकाम
जुकाम एक तरह की एलर्जी है, जिसमें
नाक से पानी या बलगम निकलता है। जुकाम में हमारे
श्वसन तंत्र में पस सेल्स और पानी का मिश्रण बन
जाता है और इसी का नाक और गले के माध्यम से
सीक्रेशन होने लगता है। जुकाम अपने आप में कोई
बीमारी नहीं है, बल्कि यह
इस बात का लक्षण है कि श्वसन तंत्र में
एलर्जी या इन्फेक्शन हो चुका है और निमोनिया और
यूआरआई
जैसी दूसरी बीमारियां हो सकती हैं।
कैसे होता है
जुकाम आमतौर पर दो तरीके से होता है :
1. हवा में मौजूद बैक्टीरिया या वायरस जब
कभी सांस के जरिए शरीर में प्रवेश करते
हैं, तो एलर्जी हो जाती है।
नतीजा यह होता है कि पानी वाले
या रेशेदार सीक्रेशंस नाक से बाहर आने लगते हैं। ये
बैक्टीरिया सांस लेने के सिस्टम में
भी इन्फेक्शन कर देते हैं।
2. हमारे गले में दो तरह के बैक्टीरिया मौजूद होते
हैं - कुछ अच्छे और कुछ बुरे। कभी-
कभी सर्दी-गर्मी बढ़ने,
एकदम ठंडा-गर्म खाने, ठंडे से गर्म व गर्म से ठंडे माहौल में
जाने, ठंडा पानी ज्यादा पीने या बारिश में
भीगने से गले के बुरे बैक्टीरिया स्टिमुलेट
हो जाते हैं। ये बैक्टीरिया ही गले में
इन्फेक्शन कर देते हैं और जुकाम की वजह बनते
हैं।
कुछ डॉक्टरों का कहना है कि सर्दी-
गर्मी बढ़ने, एकदम ठंडा-गर्म खाने, ठंडे से गर्म व
गर्म से ठंडे माहौल में जाने,
ठंडा पानी ज्यादा पीने या बारिश में
भीगने से सीधे जुकाम
नहीं होता। जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक
क्षमता कम होती है,
उन्हीं को ऐसा होने पर जुकाम होता है। दूसरे
डॉक्टर मानते हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के
अलावा ऊपर दिए गए सभी पॉइंट्स
भी जुकाम के लिए जिम्मेदार हैं। प्रदूषण
की वजह से भी जुकाम हो सकता है,
लेकिन ज्यादा नहाने से जुकाम नहीं होता।
कौन है निशाने पर
- जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो।
- बच्चे, बूढ़े, शुगर, हाई बीपी,
टीबी, दमा, हार्ट, एचआईवी,
एड्स, हेपटाइटिस व एनीमिया के मरीजों के
अलावा कुपोषण के शिकार लोगों को जुकाम
जल्दी हो जाता है।
- जिन लोगों का शरीर सेंसिटिव है
या जल्दी एलजीर्होने
की टेंडेंसी है, उन्हें जुकाम
जल्दी पकड़ सकता है।
पहचानें जुकाम के संकेत
- पतला हो और सफेद पानी निकले तो समझें
कि हल्का और सामान्य जुकाम है। ज्यादा फिक्र
की जरूरत नहीं है।
- गाढ़ा हो तो समझें कि इन्फेक्शन ज्यादा हो गया है। डॉक्टर
को दिखाएं।
- नाक बंद हो तो वायरल व बैक्टीरियल दोनों तरह के
इन्फेक्शन हो सकते हैं। वायरल इन्फेक्शन है
तो स्टीम और एंटी-एलर्जिक दवा से
ठीक हो जाएगा,
नहीं तो एंटीबायोटिक्स
लेनी होंगी।
- सफेद
रेशा हो तो एलर्जी की निशानी है।
यह साधारण जुकाम होता है।
- हरा रेशा हो, तो इन्फेक्शन है। समझें कि बात बढ़
रही है और तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- पीला और गाढ़ा रेशा हो तो भी इन्फेक्शन
है। अपने आप इलाज न करें और डॉक्टर को दिखाएं।
- जुकाम को पांच दिन से ज्यादा हो जाएं या साथ में
खांसी, बलगम, बदन दर्द व बुखार भी हो,
तो समझना चाहिए कि आम जुकाम नहीं है।
- अगर पीला रेशा व सांस की दिक्कत के
साथ बुखार भी हो तो बैक्टीरियल
इन्फेक्शन होता है। ऐसे में डॉक्टर के पास जाना चाहिए। अगर
जुकाम बैक्टीरिया से है तो एंटीबायोटिक खाने
पर ठीक होता है। यह सिर्फ डॉक्टर
ही देखकर बताएगा।
- कफ के साथ खून भी आए तो खतरनाक है।
टीबी का लक्षण हो सकता है। फौरन
डॉक्टर को दिखाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले कुछ सवाल
आम जुकाम कितने दिन रहता है?
यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर
निर्भर करता है। किसी का दो-तीन में
ठीक हो जाता है तो किसी का चार-पांच दिन
में। किसी को दस दिन भी लग सकते हैं।
बच्चों को जुकाम हो तो क्या करें?
गोदी में बिठाकर थोड़ी-सी भाप
दें। एंटी-एलर्जिक सीरप दें। बच्चे नाजुक
होते हैं इसलिए बेहतर यही है कि उनका इलाज
डॉक्टर से ही कराएं।
स्टीम लेने
का सही तरीका क्या है?
स्टीम या तो स्टीमर से ले सकते हैं
या फिर किसी बड़े बर्तन में पानी तेज गर्म
करके भाप ले सकते हैं। भाप लेने से पहले सिर को तौलिए से ढक
लें और जितनी देर बर्दाश्त हो, भाप लें।
क्य

No comments:

Post a Comment