बालों के अनेक रोग Different hair problems

परिचय-
आजकल की भागदौड़
भरी जिन्दगी में कोई
कितना भी चाहे फिर भी गुस्से, चिन्ता,
मेहनत, दौड़-धूप आदि से छुटकारा नहीं पा सकता। पर
अगर आप चाहे तो थोड़ी सी कोशिश जरूर
की जा सकती है ताकि बाल कम उम्र में
ही झड़ने लगे।
सिर की अच्छी तरह से सफाई
न रखने के कारण तथा शरीर में पोषक तत्व
की कमी के कारण बालों में कई प्रकार के
रोग हो जाते हैं। इन रोगों का इलाज किया जा सकता है।
बालों की समस्या तथा चिकित्सा-
1. सफेद बाल- अगर आपके बाल सफेद होना शुरू हो रहे
हो तो अपने बालों के रंग का शेड अपने शैंपू में मिलाकर बालों में
लगा लें। इससे आपके बाल सफेद तो रहेंगे पर नजर
नहीं आएंगे।
2. कौन सा कण्डीशनर लगाएं-
बालों के लिए सबसे अच्छा मॉश्चराइजरयुक्त
कण्डीशनर रहता है, क्योंकि मॉश्चराइजर त्वचा के
लिए जो काम करता है वही कण्डीशनर
बालों के लिए करता है। कण्डीशनर से बाल मुलायम,
चमकीले और घने नजर आते हैं। साथ
ही ये बालों के रखरखाव में भी मदद
करता है। कण्डीशनर लगाने के बाद बालों में तेल और
प्रोटीन की जरूरत
नहीं पड़ती। उसका स्थान
कण्डीशनर ले लेता है। कण्डीशनर 3
प्रकार के होते हैं-
त्वरित कण्डीशनर- ये बालों के खास स्टाइल और
उनके रखरखाव में मददगार होते हैं। इस कण्डीशनर
से बालों की जड़ो में कोटिंग
की जाती है। इससे हमारे
बालों को आवश्यक प्रोटीन की खुराक मिल
जाती है और सिर की त्वचा स्वस्थ
रहती है।
बॉडीबिल्डिंग कण्डीशनर- यह बहुत
बिखरे बालों को एक भरापन देता है। इस कण्डीशनर
का इस्तेमाल बालों की लटों में तह लगाकर
किया जाता है। इससे बाल फैलकर घने, फूले और
चमकीले नजर आते हैं।
करेक्टिव कण्डीशनर- यह कण्डीशनर
टूटे-फूटे बालों को ठीक करता है तथा बालों मे आए
रूखेपन से छुटकारा दिलाता है। साथ ही ये
बालों को चमक और प्रोटीन प्रदान करता है। यह
बालों में लचक बनाए रखता है और इन्हे खराब होने से
बचाता है।
3. सर्दियों मे रूखे-सूखे बाल- त्वचा मे वसामय ग्रन्थिया अर्थात
सीबम ग्रंथिया पाई जाती है,
जो बालों को चिकनाई प्रदान करती है। खासकर
सर्दियों में इन ग्रन्थियों की काम करने
की क्षमता कम हो जाती है या उम्र के
अनुसार भी इनकी क्षमता घट
जाती है, जिससे बाल सर्दियों में रूखे-सूखे से नजर
आते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप बालों को शैंपू
करने के बाद रोजाना कण्डीशनिंग करें ओर बालों को ब्रश
से सही तरीके से सुलझा लें।
4. झड़ते बाल- बालों के झड़ने के कई कारण होते हैं।
कभी-कभी गलत प्रसाधन के इस्तेमाल से
बाल सेट करने के तौर-तरीके, मसलन शैलर,
पोनीटेल, रबर बैण्ड के गलत इस्तेमाल से
भी बाल झड़ने लगते हैं। बालों को झड़ने से रोकने के
लिए जरूरी है कि कुछ दिनों के लिए बालों को लूज
स्टाईल दें और जब भी बालों में शैंपू करें
तो कण्डीशनर जरूर करें और 5 से 7 मिनट के बाद
धो डालें। इसके बाद बालों को क्रीम से धो लें।
5. दोमुंहे बाल- दोमुंहें बालों को काटने के अलावा कोई दूसरा खास
तरीका नहीं है। लेकिन ऐसे बालों को बढ़ने
से रोका जा सकता है। अगर आपके बाल रूखे हों तो आप
किसी अच्छे शैंपू या तेल से सिर
की त्वचा की मालिश कर सकते हैं।
ऐसा करके आप दोमुंहे बालों से थोड़ा बहुत तो छुटकारा पा सकते
हैं।
6. शैंपू करने के कुछ दिन बाद बालों का चमकना गायब हो जाना-
जिन लोगों के बाल तैलीय होते हैं, उन्हे ऐसे
बालों की देखभाल बहुत
ज्यादा करनी पड़ती है। इसके लिए
जरूरी है कि वे किसी अच्छे शैंपू
का इस्तेमाल करें जिससे बालों का तैलीयपन कम
हो सके। इसके साथ ही पोषक भोजन लेते
रहना जरूरी है।
7. लंबे बाल धोने के बाद रेशेदार हो जाना- रेशेदार
बालों को अस्थायी रूप से ठीक करने के लिए
सबसे पहले आप अपनी गर्दन के साथ बालों को आगे
की ओर ले आए और अच्छी तरह से
ब्रश कर लें। इसके साथ अपने सिर के साथ
बालों को पीछे की ओर ले जाएं और ऊपर
से नीचे की ओर ब्रश करें।
8. रूखे-सूखे बाल-
अपने सिर की त्वचा पर अपनी उंगलियों के
पोरों की मदद से गोलाई में घुमाते हुए रोजाना मालिश करें।
ध्यान रहें, मालिश करते समय नाखूनों से त्वचा छिल न जाए।
बालों में कण्डीशनर का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे
बेजान बालों में गजब की चमक ओर
लचीलापन आ जाता है तथा त्वचा में
पड़ी दरारें भर जाती है और बालों मे
चिकनाहट आ जाती है।
रूखे-सूखें बालों में तेल लगाना बहुत लाभदायक होता है। तेल
को हल्का सा गर्म करके खोपड़ी
की मालिश करनी चाहिए।
शैंपू करने से पहले अपने बालों को गर्म पानी से
भीगे तौलिये में लपेटकर रखना चाहिए।
9. बालों में ब्रश करना अच्छा या बुरा-
बालों को किसी भी तरह सन्तुलन में
रखना अच्छा रहता है। पहले के समय में बालों में 90 से 100
बार ब्रश करना अच्छा माना जाता था, क्योंकि उन दिनो बाजार में अच्छे
शैंपू और कण्डीशनर नहीं मिलते थे।
लेकिन अब ये कई तरहों की किस्मों में मिल रहे हैं।
अगर आपके बाल स्वस्थ और अच्छे हैं तो कोई
जरूरी नहीं है कि आप 100 स्ट्रोक
बालों में डालें। वैसे तो 20-30 बार बालों में स्ट्रोक
देना सही रहता है। बालों के विशेषज्ञों को मानना है
कि ज्यादा ब्रश करने से बाल खराब हो सकते हैं उस समय
तो और भी जब आपके बाल अच्छे और बिखरे हों।
लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप बालों मे
ब्रश ही न करें।
10. हेयर ड्रायर- अगर हेयर ड्रायर को बालों में एक
ही जगह पर न रखकर चारों ओर घुमा-घुमाकर हेयर
ड्राई किया जाए तो बालों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता।
जिनके बाल तैलीय हों, उन्हे
कभी भी बहुत गर्म हेयर ड्रायर
का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे बाल खराब
हो जाते हैं ओर सिर की त्वचा मे
पपड़ी जमने
की संभावना रहती है। आप
हल्का हेयर ड्रायर इस्तेमाल करके बालों में कंघी कर
लें। इससे बाल सूख भी जाते हैं और सिर में
पपड़ी भी नहीं जमती,
खासकर जिनके बाल तैलीय होते है उन्हे इस तरह
की सावधानी बरतनी चाहिए।
11. बालों को ब्लों ड्राई करना- बालों को ब्लों ड्राई करने के लिए 1
गोल ब्रश और एक छोटे हल्के हैण्ड ड्रायर
की जरूरत होती है,
जो ज्यादा गर्मी और पावर दे सके।
इसकी सहायता से बालों को अच्छी शेप
और स्टाइल दी जा जाती है। छोटे बालों में
अपनी उंगलियां और ड्रायर की मदद से
आप ब्लों ड्राई कर सकती हैं। हेयर स्टाइल
की दिशा में ड्रायर करें और उंगलियों से शेप
देती रहें।
12. पर्मिंग कराना- बालों में पर्मिंग कराना घर
की बजाय सैलून में ही ठीक
रहता है, क्योंकि हेयर स्पेशलिस्ट ही आपके
बालों को सही टच दे सकते हैं। घर में खुद
को कभी-
कभी पूरी जानकारी या सामान न
रहने के कारण पर्मिंग करने से बालों के खराब होने
का खतरा बना रहता है।
13. खारे ओर क्लोरीनयुक्त पानी से बाल
खराब होना- खारा और क्लोरीनयुक्त
पानी बालों को कड़ा और चिपचिपा बना देता है और रंगे
हुए बालों को धो देता है। इसलिए अगर आप स्वीमिंग
करती है, तो स्वीमिंग करने के बाद अपने
बालों को तुरन्त धो लें। अगर आप शैंपू नहीं कर
सकती तो पास के नल से अच्छी तरह से
बालों को धो लें या अपने साथ सोड़ावाटर रखें और बालों को उससे साफ
कर लें।
14. शैंपू करने का तरीका- सबसे पहले आप अपने
बालों को गुनगुने पानी से गीला कर लें।
इसके बाद किसी अच्छे शैंपू की मदद से
सिर की त्वचा के चारों ओर तथा शीर्ष पर
अच्छी तरह मालिश कर लें। 2 मिनट बाद इन्हे
पानी की तेज धार से
अच्छी तरह धो डालें। अगर आप दोबारा शैंपू
करना चाहती है तो कर सकती हैं।
लेकिन अगर आप रोजाना शैंपू करती है
तो इसकी कोई जरूरत नहीं हैं।
15. बालों में गांठे पड़ना- अक्सर देखा जाता है कि बालों में शैंपू करने
के बाद गांठे पड़ जाती है। इनसे बचने के लिए
जरूरी है कि आप सिर की त्वचा के बजाय
बालों की लटों पर अच्छी तरह से
क्रीम लगाएं। इससे गांठदार बाल चिकने हो जाते हैं।
क्रीम लगाते वक्त बालों को जोर से न
खींचे। इसके बाद बालों के छोरों पर
अच्छी तरह से ब्रश करें। फिर छोर से 2
सेंटीमीटर ऊपर से ब्रश करना शुरू करें।
इस तरह 2-2 सेंटीमीटर पर
बालों को ब्रश करते जाएं। यह क्रिया तब तक करें जब तक
कि बालों की गांठे खुल न जाए। ध्यान रहें
की गीले बालों में
कभी भी ब्रश न करें
क्योंकि गीले बालों में ब्रश करने से बाल कमजोर
हो जाते हैं।
16. तैलीय बाल-
तैलीय बालों में तैलीय किस्म का शैंपू
नहीं लगाना चाहिए, नहीं तो आपके बाल
तैलीय होने के कारण और
भी ज्यादा खराब हो जाएंगे।
बालों को धोने के बाद किसी सूखे तौलिए को लेकर हल्के
हाथों से बालों को रगड़कर सुखा लें। अगर इनसे काम न बने
तो रोजाना या सप्ताह में 1 बार बीच-बीच में
किसी ड्राई शैंपू से बालों को धो लें।
अपने बालों को किसी अच्छे शैंपू और हल्के गर्म
पानी से धोना चाहिए।
बालों को धोने के बाद किसी सूखे तौलिए को लेकर हल्के
हाथों से बालों को रगड़कर सुखा लें। अगर इनसे काम न बने
तो रोजाना या सप्ताह में 1 बार बीच-बीच में
किसी ड्राई शैंपू से बालों को धो लें।
अपने बालों को किसी अच्छे शैंपू और हल्के गर्म
पानी से धोना चाहिए।
सावधानी-
रात को ज्यादा देर तक न जागें और अगर रात में
डयूटी करते हो तो दिन में अच्छी तरह
से सो लें।
शाम को सूरज ढलने के बाद नहीं सोना चाहिए।
ईष्या से बचने की कोशिश करें।
चिन्ता के बजाय चिन्तन करना चाहिए, लेकिन कामुक चिन्तन से
बचना चाहिए।
बहुत ज्यादा कामक्रीड़ा और संभोग करने से दूर रहें।
पेट को हमेशा साफ रखने की कोशिश करें।
भोजन में तले हुए, तेज मिर्च-मसालेवाले खट्टे और
अम्लीय पदार्थो का सेवन
नहीं करना चाहिए।
सन्तरा, आंवला , गाजर, मूली, पालक,
पत्तागोभी, कच्चा नारियल, सौंफ , मक्खन, दूध , केला,
सेब, मूंगफली, हरा धनिया, सेंधा नमक,
देसी चना, काली मिर्च , सेंधा नमक, काले
तिल का नियमित रूप से सेवन करने से बालों में चमक आ
जाती है और धीरे-धीरे
बालों का झड़ना बन्द हो जाता है।
रात को सोने से पहले गर्म दूध के साथ काली हरड़
रोजाना खाएं और सुबह आंवले का मुरब्बा खाएं। इससे आपके बाल
बुढ़ापे तक काले ही रहेंगे।
रोजाना रात को सोने से पहले बालों में 20-25 बार
कंघी करने से बालों का झड़ना बन्द हो जाता है।
मौसम का बालों पर बहुत ही ज्यादा असर पड़ता है।
गर्मी में सिर पर जो बाल ऊपर की तरफ
होते हैं उन पर सीधी धूप और
हवा का बहुत असर पड़ता है जिसके कारण वे भूरे हो जाते हैं।
बालों को तेज धूप से बचाना चाहिए। बाहर जाते समय छाता लेकर
जाना चाहिए। बालों के स्टाइल को बीच-बीच
में बदलते रहें, ताकि सभी बाल एक
ही जैसे लगे आधे बाल भूरे और आधे काले
नहीं।
बारिश के मौसम में बाल बहुत जल्दी चिपचिपे हो जाते
हैं और झड़ने लगते हैं। इन दिनों बालों को सप्ताह में 2-3 बार
जरूर धोना चाहिए।
लगभग 15 दिनों में 1 बार बालों में मेहन्दी और 1 बार
गुनगुना तेल लगाना चाहिए।
लगभग 7-8 दिन में 1 बार दही में नींबू
का रस मिलाकर बालों की जड़ों में लगभग आधे घंटे तक
मलकर रखें और फिर ठण्डे पानी से धो लें।
रात को सोते समय पानी में
मुलतानी मिट्टी को भिगोकर रख दें। फिर
सुबह उठकर इसे बालों में अच्छी तरह से मलें और
फिर साफ पानी से धो लें। इससे
बालों की सारी खुश्की समाप्त
हो जाती है।
बालों को रूखा-सूखा नहीं रखना चाहिए।
अगर बाल गीले हो तो उनमें तेल
नहीं डालना चाहिए।
बालों को समय से पहले झड़ने से रोकने के लिए तेल
की मालिश करना जरूरी है। रात को सोने से
पहले सरसो या 100 ग्राम नारियल के तेल में 10 ग्राम
नीम का तेल डालकर गुनगुना करके उससे अपने
बालों की जड़ों में उंगलियों के पोरों से
अच्छी तरह मालिश करें। मालिश धीरे-
धीरे करनी चाहिए। मालिश करते समय
ध्यान रहे कि आंखें बन्द रहें और पूरा ध्यान एक
ही जगह पर टिका हो। सिर में तेल को रातभर लगाए
रखें। मालिश से थकावट, हल्का सिरदर्द समाप्त होता जाएगा और
साथ ही बालों का झड़ना भी बन्द
हो जाएगा। स्त्री की गर्भावस्था में यह
मालिश बालों के लिए बहुत ही लाभदायक
होती है।
रात को सोते समय जैतून का तेल, बादाम -रोगन और
अरण्डी के तेल को बराबर मात्रा में मिलाकर
बालों की जड़ों में मालिश करने से बालों को समय से
पहले सफेद होने से रोका जा सकता है।
सिन्थेटिक और खुशबूदार तेलों को इस्तेमाल न करें। इससे बाल
बहुत जल्दी सफेद होने लगते हैं।
बालों को सेट करते समय
कभी भी उल्टी कंघी न
करें नहीं तो बाल टूटने का खतरा बढ़ जाता है।
अपनी खाने-पीने
की आदतों पर ध्यान देना चाहिए। खासकर सर्दियों के
मौसम में पौष्टिक भोजन खाना चाहिए।
भोजन में किसी भी रूप में आंवले
का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। सेब और केला खाने से
भी बालों में चमक बढ़ जाती है।
ब्यूटी पार्लरों में रसायनयुक्त हेयर स्प्रे और पर्मिंग
लोशन इस्तेमाल किए जाते हैं जिनसे बालों की चमक
कम हो जाती है। इसलिए इनका प्रयोग कम से कम
ही करना चाहिए।
इसी तरह गर्म ड्रायर के ज्यादा इस्तेमाल से
भी बाल टूटने लगते हैं।
दोमुंहे बालों को नीचे से काटने से बाल बढ़ने लगते हैं।
अगर बाल गिरने के साथ सिरदर्द
भी हो तो मेहन्दी को नारियल के तेल में
पकाकर सिर में लगाकर थोड़ी देर तक रहने दें। इससे
बाल गिरने बन्द हो जाते हैं और दिमाग को ठण्डक
मिलती है।
मेहन्दी में फिटकरी मिलाकर लगाने से सिर
के फोड़े-फुंसी के साथ-साथ
रूसी भी दूर हो जाती है।
बथुए को पानी में उबालकर सिर को धोने से
रूसी समाप्त हो जाती है।
अगर बालों में खुश्की हो तो बालों में नींबू
रगड़कर आधा घंटे बाद उन्हे अच्छी तरह से धो लें।
बालों को धोने के बाद तोलिए से झटककर न सुखाएं। इससे बालों के सिरे
फूटकर दोमुंहे हो जाते हैं। अगर वे पहले से
ही ऐसे हों तो महीने में कई बार
बालों की ट्रिमिंग करें।
स्त्री को गर्भावस्था से लेकर बच्चे के जन्म के बाद
6-7 सप्ताह तक अपने खाने-पीने
की ओर खासतौर पर ध्यान देना चाहिए
ताकि शरीर के साथ-साथ उसके बाल
भी स्वस्थ और सुन्दर बने रहें।
तेज बुखार, टायफाइड , बच्चे के जन्म के बाद
या किसी बड़े ऑप्रेशन के बाद बाल बहुत झड़ने लगते
हैं। ऐसे में डॉक्टर से राय लेकर पौष्टिक भोजन का सेवन
करना चाहिए।
बालों को धोने से एक दिन पहले उनमें तेल लगा लें। बालों में 1-2
सप्ताह में स्टीम ट्रीटमेंट
करना भी लाभदायक होता है। इसके लिए नारियल
या जैतून के तेल को हल्का सा गर्म करके
बालों की जड़ों में लगाकर हल्के हाथों से मालिश करें।
फिर मोटे तोलिए को गर्म पानी में भिगोकर निचोड़ लें ओर
उसे सिर पर अच्छी तरह से लपेट लें। इससे बाल
स्वस्थ और चमकीले बने रहेंगे। इससे
थो़ड़ी बहुत रूसी की शिकायत
भी समाप्त हो जाती है। इसको करने के
बाद बालों को किसी कण्डीशनर शैंपू से
धोना चाहिए।
जानकारी-
कुछ लोग सोचते है कि बाल लगातार बढ़ते हैं पर ये सिर्फ
वहम है। वास्तव में ये कुछ महीने लगातार बढ़ने के
बाद कुछ महीने तक बिल्कुल नहीं बढ़ते
हैं। बाल रोजाना लगभग 0.35 मिलीमीटर
ही बढ़ते हैं। कुछ महीनों तक 10
प्रतिशत बढ़ने के बाद बालों का बढ़ना रूक जाता है और
यही बाल कंघी करते समय या धोते समय
टूटने लगते हैं। बढ़नेवालें बालों की मात्रा में छोटे बाल
ज्यादा झड़ते हैं। उनके स्थान पर नए बाल उग जाते हैं। लेकिन
मानसिक परेशानी या किसी गंभीर
बीमारी के कारण गंजापन हो सकता है।
हमारे शरीर के विकास के साथ
ही बालों का बढ़ना भी जारी रहता है,
जब 40 साल की उम्र होने के बाद शरीर
ढीला पड़ना शुरू हो जाता है तब
भी स्वस्थ शरीर की पहचान
बन चुके स्वस्थ बाल हमेशा लहराते रहते हैं।

2 comments:

  1. बहूत अच्छा लिख रहे हो , लेकिन एक सुझाव है के यह लाल बैकग्राउंड पर पढ़ते हुयी आँख को तकलीफ हो रही है, अगर हो सके तो ईसे बादल दें। धन्यवाद।

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