दांतों के रोग Dental problem-2

परिचय-
अक्सर हम जो भोजन करते हैं या कोई
भी चीज खाते हैं तो उसके जो छोटे-छोटे
कण होते हैं वे दांतों के बीच के
खाली स्थान में फंस जाते हैं और कुछ समय बाद ये
फंसे हुए कण दांतों में सड़न या कीड़े पैदा करते हैं।
इसलिए जैसे ही हम लोग कुछ भी खाते
हैं तो उसके तुरन्त बाद दांतों को ब्रश से साफ करना चाहिए
ताकि अगर दांतों में कुछ फंसा भी हो तो वे ब्रश करने
पर निकल जाए।
लक्षण और कारण-
दांतों की अच्छी तरह सफाई न
होने के कारण जब दांतों के सड़ने की शुरूआत
होती है तो शुरू मे तो दांतों मे
किसी भी तरह
की परेशानी नहीं होती लेकिन
कुछ समय बाद ज्यादा ठण्डे पदार्थ
या ज्यादा मीठी चीजें सेवन
करने पर दांतों में दर्द पैदा हो जाता है। अगर
ऐसी कोई परेशानी महसूस हो तो तुरन्त
ही दांतों के डॉक्टर के पास जाए
नहीं तो ये सड़न दांतों की जड़ों में
पहुंचकर दांतों में जख्म बना सकती है।
कभी-कभी किसी-
किसी दांत में छेद हो जाता है। ऐसे में शुरूआत में
ही दांत को भरवाकर दांत को खराब होने से
बचाया जा सकता है। लेकिन अगर दांत के छेद को शुरू में
ही भराया न जाए तो कुछ समय के बाद दांत
को निकालकर नकली दांत लगाना पड़ सकता है। अगर
दांत निकाला जाए और उसके स्थान पर कोई दांत न लगाया जाए तो उस
दांत के आसपास के दांत भी हिलने लगते हैं और
नीचे के जबड़े पर भी इसका असर पड़ने
लगता है। जिसके कारण जबड़ों की क्रिया प्रभावित
होकर जबड़ों का संधिवात हो जाता है और
व्यक्ति की बोली भी खराब
हो जाती है। इसी कारण से निकाले गए
दांत के खाली स्थान पर दांत लगवाना बहुत
जरूरी होता है। ये नकली दांत
ऐसा भी हो सकता है कि जिसे आप जब चाहे निकाल
दें या लगा दें या फिर ऐसा भी जो पूरी तरह
से फिक्स कर दिया जाता है।
दांतों की चिकित्सा-
अगर आप चाहते हैं कि आपके दांत हमेशा स्वस्थ और
चमकते रहें तो इसके लिए सबसे पहले आपको अपने रोजाना करने
वाले भोजन में कैल्शियम, फास्फोरस और विटामिन `डी´
और `सी´
की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए। विटामिन
`सी, से मसूढ़े स्वस्थ बने रहते है। ऐसे
ही विटामिन `डी´ शरीर में
कैल्शियम की जरूरत को पूरा करता है।
दांतों को स्वस्थ रखने वाले पोषक तत्त्व दूध, पनीर,
मक्खन, फल, अण्डे, मांस, मछली, अजमोद , गाजर
जैसी खाने वाली चीजों में भरपूर
मात्रा में मिलते हैं। चाकलेट, मिठाई और
ज्यादा मीठी चीजें कम
खानी चाहिए क्योंकि ऐसी चीजें
मुंह में पहले से मौजूद जीवाणुओं के साथ मिलाकर
दांतों का नुकसान पहुंचाती है।
दांतों को रोजाना सुबह उठने के बाद और रात को सोने से पहले
अच्छी तरह से साफ करना चाहिए। अगर दांतों पर
लाल या पीले धब्बे पड़ गए हों तो उन्हे 2 चम्मच
नमक और सोड़ा मिलाकर साफ करने से बहुत लाभ होता है। अगर
नमक को नींबू के रस में मिलाकर भी दांत
साफ किए जाए तो भी दांतों के लिए बहुत अच्छा साबित
होता है। 1 स्ट्रोबेरी को दांतों पर रगड़ने से न केवल
मुंह का स्वाद ठीक होता है बल्कि दांत चमक
भी जाते हैं।
अगर दांत के अन्दर बड़ा सा छेद हो तो रूई के फाहे को शराब या
लौंग के तेल में भिगोकर दांत के छेद में भर दें।

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